बीते कल रविवार की सुबह हल्द्वानी के मुखानी थानाक्षेत्र में गौशाला में बने गोबर के टैंक में से निकली जहरीली गैस से दंपती की मौत हो गयी। घटना को लेकर परिजनों ने बताया की रविवार की सुबह जब पीलीभीत निवासी श्रमिक 46 वर्षीय मटरू लाल पुत्र स्व. भीष्म लाल गौशाला मालिक के कहने पर गोबर के टैंकर में बचे मलबे को साफ़ करने निचे उतरा तो जहरीली गैस की वजह से वह बेहोश हो गया।
जिसके बाद गौशाला मालिक ने उसके दोनों बच्चों को एक एक कर अपने पिता को निकलने के लिए भेजा लेकिन वो भी बेहोश होने लगे ये देखकर श्रमिक की 45 वर्षीय पत्नी रानी अपने दोनों बेटों और बच्चों को बचाने के लिए खुद गढ्ढे में उतर गयीं एक एक-एक कर रानी ने अपने दोनों बच्चों को रस्सी के सहारे बाहर भेजा, और खुद की जान गँवा दी। इस हादसे में दोनों दम्पतियों की मौके पर मौत हो गयी और 3 बच्चे अनाथ हो गए। इस मामले में गोशाला मालिक की तरफ से पीड़ित परिवार को मुआवजा देने से इनकार कर दिया।