मानसून का season शुरू हो चूका है और उत्तराखंड के कुमाऊं मंडल में बादलों का कहर बरपाना जारी है। बीते कल शुक्रवार की शाम को धारचूला क्षेत्र में बदल फटने से लगभग 8 KM कूलागाड़ नाले के उदगम क्षेत्र में जलस्तर विकराल हो गया। जबकि नाले में आए मलबे ने काली नदी का प्रवाह रोक दिया जिससे काली नदी में झील बन गयी।
कूलागाड़ नाले में उफान आने से चीन सीमा का संपर्क भंग हो गया क्योंकि टनकपुर- पिथौरागढ़-तवाघाट हाईवे का मोटर पुल बह गया है। वहीं दूसरी ओर हल्द्वानी में कलसिया नाले का कहर बरपाया कई घरों में घुस गया पानी।