हाल ही में उत्तराखंड के उद्यान विभाग में फलदार पौधों की खरीदारी में 8 करोड़ रुपये से ज्यादा का घोटाला पाया गया है, प्रदेश के इस बड़े घोटाले का पर्दाफाश एक सामाजिक कार्यकर्ता के संघर्ष से मुमकिन हो पाया है।
स्थानीय स्तर पर इस मामले की जांच के लिए एसआईटी का गठन भी किया गया किन्तु Highcourt के आदेश पर इसकी जांच CBI को सौंप दी गई। लगभग 8 करोड़ की इस बड़ी रकम का घोटाला पौधों की दरों में मनमाने तरीके से बढ़ोतरी करके सब्सिडी के रूप में किया गया। जांच में घोटाले के मास्टरमाइंड का दोषी पूर्व निदेशक बवेजा और उसके साथी एक नर्सरी चलाने वाले किसी परिचित को बताया है।