Kathua Terror Attack में शहीद हुए बलिदानी विनोद का पार्थिव शरीर जब बुधवार के दिन एम्स ऋषिकेश से उनके पैतृक निवास डोईवाला के अठूरवाला में लाया गया तो देखते ही उनकी मां शशि देवी और पत्नी नीमा अपनी सुध-बुध खो बैठे। वहां पर स्थित कोई भी व्यक्ति शहीद जवान के पार्थिव शरीर को देखकर कोई भी अपने आंसू नहीं रोक पा रहा था.
तब शहीद जवान की बहनें सीमा और राखी ने खुद को सँभालते हुए सभी को ये कहकर ढाढस बंधाती रहीं कि “रोओ मत मेरा भाई आया है,” अबकी जानकारी के लिए बता दें की विनोद सिंह तीन बहनों में अकेले भाई थे, उनकी अंतिम यात्रा में शामिल होकर घाट तक पहुंची।