उत्तराखंड में मौसम का मिजाज बदलने से बिजली की मांग तो जरूर घट गयी है लेकिन राष्ट्रीय स्तर में बिजली संकट के कारण UPCL की आपूर्ति पर अच्छा खासा प्रभाव पड़ रहा है। पिछले कुछ दिनों से प्रदेश के मैदानी जिलों के ग्रामीण क्षेत्रों में बिजली की कटौती लगातार हो रही है।
जबकि यूपीसीएल प्रबंधन का कहना है की बाजार में भी बिजली की किल्लत से लोगों को परेशानी हो रही है, दरअसल बिजली किल्लत कोयला आधारित संयंत्रों से उत्पादन घटने की वजह से पैदा हुई है। वर्तमान में स्थिति ये है की बिजली की मांग 5.7 करोड़ पहुंची है वहीं उपलब्धता सिर्फ 4.9 करोड़ की है।