वर्तमान में नैनीताल जिले सहित कुमाऊं मंडल की पर्वतीय सडकों के हालात बहुत ख़राब हैं, इन ख़राब रोड पर हादसे होने के बाद भी लोग अपनी जान जोखिम में डाल कर आवाजाही और सफर कर रहे हैं। इतना सब कुछ होने के बाद भी प्रशासन सोया हुआ है और अधिकारी और जनप्रतिनिधि इस पर ध्यान नहीं दे रहे हैं।
कुछ रिपोर्ट्स के मुताबिक इन ख़राब सडकों में सही ढंग से डामरीकरण नहीं होने से हादसे का डर बना हुआ है यहाँ तक की सड़कों के किनारे पैरापिट भी नहीं हैं। बिते दो सालों से हैड़ाखान-मोटरमार्ग हादसे का सबब बना हुआ है, क्योंकि 2022 में ये सड़क बिन बरसात के ही भूस्खलन की चपेट में आ गई थी, ऐसे और भी कई अन्य स्थानों की हालत सही नहीं है।